ENG vs IND: इंग्लैंड में, यशस्वी और गिल ने ,1st day दो भारतीय बल्लेबाजों ने शतक जड़े।
ENG vs IND: इंग्लैंड में, यशस्वी और गिल ने ,1st day दो भारतीय बल्लेबाजों ने शतक जड़े।
टीम इंडिया के कप्तान शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल ने शतक लगाकर ऐतिहासिक कारनामा किया। यह पहली बार है जब दो भारतीय बल्लेबाजों ने एक टेस्ट मैच के पहले दिन इंग्लैंड में शतक जड़ा है।
विदेशी ज़मीन पर तीसरी बार दो भारतीय बल्लेबाजों ने पहले दिन लगाए शतक
यह विदेशी जमीन पर टेस्ट क्रिकेट के पहले दिन दो भारतीय बल्लेबाजों ने शतक लगाने की तीसरी घटना है। यह उपलब्धि भारत के बल्लेबाजों की शक्ति और कौशल को दिखाती है।
2001 में ब्लोमफोंटेन (दक्षिण अफ्रीका) में हुआ— भारतीय क्रिकेट में स्वर्णिम युग की शुरुआत महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और विस्फोटक सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने की थी।
2017 में गॉल (श्रीलंका)— भारत ने श्रीलंका में टेस्ट बादशाहत का आगाज़ किया, जिसमें शिखर धवन और चेतेश्वर पुजारा ने मिलकर यह उपलब्धि हासिल की।
2025 हेडिंग्ले (इंग्लैंड)— इस खास सूची में यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल ने अपना नाम दर्ज करवाया है, जो युवा पीढ़ी के बढ़ते प्रभाव और आत्मविश्वास का प्रतीक है।
इंग्लैंड के खिलाफ 1st day भारत का दमदार प्रदर्शन
मैच की शुरुआत में इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर पहली गेंदबाजी करने का निर्णय लिया, लेकिन टीम इंडिया के बल्लेबाजों की बेहतरीन गेंदबाजी से यह निर्णय गलत साबित हुआ। इंग्लिश गेंदबाजों ने भारतीय सलामी बल्लेबाजों को हराया नहीं।
शानदार ओपनिंग
भारत ने पहले विकेट के लिए यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल की जोड़ी से 91 रन की अच्छी शुरुआत की। हालाँकि वह अपने अर्धशतक से चूक गए, राहुल, जो अपनी संयमित बल्लेबाजी के लिए जाना जाता है, 78 गेंदों में 42 रन बनाकर अच्छी साझेदारी निभाया। उनके बाहर निकलने से पहले, उन्होंने नई गेंद की चमक को कम कर दिया।
डेब्यू में साई सुदर्शन हुए फ्लॉप
राहुल के बाहर होने के बाद युवा साई सुदर्शन ने अपना टेस्ट डेब्यू किया, लेकिन उनका अनुभव निराशाजनक रहा। शुरुआत में सुदर्शन चार गेंदों पर बिना कोई रन बनाए शून्य पर आउट हो गए। इसके बावजूद, टीम पर इस पहले झटके का कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा।
जायसवाल और गिल की शतकीय पारियाँ
यशस्वी जायसवाल ने इसके बाद भी शानदार बल्लेबाजी की और 159 गेंदों में 101 रन बनाए। उनकी पारी में आक्रामकता और परिपक्वता का अद्भुत मिश्रण देखा गया। साथ ही, कप्तान शुभमन गिल ने अपने पहले टेस्ट में कप्तानी करते हुए 127 रन बनाकर नाबाद रहे। उनकी पारी ने टीम को मजबूत बनाया और बतौर कप्तान उनकी क्षमताओं को भी दिखाया।
शुभमन गिल ने रचा इतिहास: टेस्ट कप्तानी की शुरुआत में शतक बनाने वाले चौथे भारतीय
इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स टेस्ट मैच के पहले दिन, भारतीय टेस्ट कप्तान शुभमन गिल ने टेस्ट कप्तानी की शुरुआत में शतक बनाने वाले भारतीयों की विशिष्ट सूची में जगह बनाई है। इस सूची में पहले से ही विराट कोहली, विजय हजारे, दिलीप वेंगसरकर और सुनील गावस्कर शामिल हैं।
ऋषभ पंत का महत्वपूर्ण योगदान और टीम इंडिया की मजबूत स्थिति
भारत ने 1st dayका खेल खत्म होने तक 215/2 का स्कोर बना लिया था। कप्तान शुभमन गिल का अर्धशतक और यशस्वी जायसवाल का शानदार 101 इसमें महत्वपूर्ण योगदान दिया। दूसरे सत्र में भारत ने 154 गेंदों में 123 रन बनाकर इंग्लैंड को हराया। “
भारत की मजबूत शुरुआत यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल की प्रभावशाली पारियों से हुई थी। लंच से पहले, केएल राहुल अपने अर्धशतक से चूक गए, जिससे इंग्लैंड ने भारत की ओपनिंग साझेदारी तोड़ी। “
गिल ने टेस्ट क्रिकेट में भी 2000 रन बनाए। यह उपलब्धि हासिल करने के लिए बल्लेबाज को सत्तर पारियां लगीं। यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, खासकर कप्तानी के डेब्यू मैच में। भारतीय क्रिकेट में एक दिलचस्प संयोग है कि शुभमन गिल और विराट कोहली ने कप्तान के रूप में अपने पहले मैच में 2000 टेस्ट रन पूरे किए।
गिल ने कप्तान के रूप में अपनी पहली पारी में शतक बनाकर चौथे सबसे युवा खिलाड़ी बन गया है, हर्बी टेलर, एलिस्टेयर कुक और स्टीवन स्मिथ के बाद। यह आंकड़े उनकी असाधारण प्रतिभा और दबाव को दिखाते हैं। गिल -गेंदों- 140 ,14 चौकों ,100 रन पूरे किए,
शुभमन गिल के शतक के बाद, अनुभवी विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत ने नंबर पांच पर बल्लेबाजी करते हुए गिल का शानदार साथ दिया। दोनों ने अब तक 138 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की है, जिसने इंग्लैंड के गेंदबाजों को और अधिक निराश कर दिया है। 35 रन बनाकर पंत क्रीज पर हैं और अपनी आक्रामक और सकारात्मक बल्लेबाजी से टीम का स्कोरबोर्ड बढ़ा रहे हैं।
पहले दिन का खेल खत्म होने तक भारत की स्थिति बहुत मजबूत लगती है। फिलहाल, गिल और पंत की जोड़ी मैदान पर डटी हुई है और टीम इंडिया को बड़े स्कोर की ओर ले जा रही है। भारत ने पहले ही दिन बल्लेबाजों के इस शानदार प्रदर्शन से मैच में संख्यात्मक और मनोवैज्ञानिक दोनों तरह से बढ़त हासिल की है, जिससे इंग्लैंड पर आने वाले दिनों में दबाव बढ़ा है। दूसरे दिन भारतीय टीम मैदान में उतरेगी और अपनी पारी को आगे बढ़ाने का लक्ष्य रखेगी।